क्या मधुमेह हमेशा के लिए ठीक हो जाता है? अगर हाँ तो कैसे
जीवनशैली का अनुशासन टूटा और डायबिटीज़ के लक्षण फिर आना शुरु कर देंगे।

बहुत सारे लोग हैं जो दावा करते हैं कि उनका मधुमेह एकदम सही हो गया है या फिर वो मधुमेह को एकदम जड़ से ख़त्म कर सकते हैं।
परंतु ये सच नहीं है। लोग कितना भी दावा करें मधुमेह जड़ से ख़त्म नहीं होती है।
● पर ऐसा क्या है जो लोग फिर भी ये दावा कर देते हैं कि डायबिटीज़ ख़त्म कर देंगे?
कुल मरीज़ों में 91% मरीज़ टाइप २ डायबिटीज़ के होते हैं। इस प्रकार की डायबिटीज़ में मरीज़ के शरीर के अंदर इंसुलिन बन तो रहा होता है परंतु इंसुलिन प्रतिरोध के कारण उस इंसुलिन का पर्याप्त उपयोग नहीं हो पाता है।
यदि कोई व्यक्ति अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव कर लेता है तो डायबिटीज़ टाइप २ में दवाइयों की आवश्यकता कम होती जाती है और निरंतरता के साथ दवाइयों से छुटकारा पाया जा सकता है
परंतु दवा बंद होना इस बात का सूचक नहीं है कि डायबिटीज़ सही हो गई। जीवनशैली का अनुशासन टूटा और डायबिटीज़ के लक्षण फिर आना शुरु कर देंगे।
इसलिए सही तथ्य ये है कि टाइप २ डायबिटीज़ में सम्भव है कि दवाएँ बंद हो जाएँ परंतु डायबिटीज़ जड़ से ख़त्म नहीं होती हैं। टाइप १ में इंसुलिन शरीर के बाहर से देना ही पड़ेगा चाहे आप कुछ भी कर लें।