हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित कर सकते हैं ये 3 बीज, अपनी डाइट में करें शामिल
कद्दू के बीज में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट, प्रोटीन और हेल्दी फैट होते हैं, जो खाने के बाद ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हैं।
मधुमेह की बीमारी हर गुजरते साल के साथ बढ़ती ही जा रही है। आपको बता दें कि जब अग्न्याशय इंसुलिन हार्मोन के उत्पादन को कम या बंद कर देता है, तो इससे लोग मधुमेह की चपेट में आ जाते हैं।
इंसुलिन एक प्रकार का हार्मोन है जो चीनी को ऊर्जा में परिवर्तित करता है। शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध के कारण टाइप 1 मधुमेह, टाइप 2 मधुमेह या गर्भकालीन मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है। मधुमेह के कारण रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध होता है।
जानकारों का कहना है कि डायबिटीज या इसके प्रबंधन का खतरा खान-पान पर निर्भर करता है। रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए, प्रोटीन में उच्च और कार्बोहाइड्रेट में कम आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है। कुछ बीज ऐसे होते हैं जिनका सेवन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
कद्दू के बीज : कद्दू के बीज रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। कद्दू के बीज भले ही कार्बोहाइड्रेट से भरपूर हों, लेकिन ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, जिन मधुमेह रोगियों ने कद्दू के बीज और उसके अर्क का सेवन किया उनमें रक्त शर्करा का स्तर बेहतर था।
कद्दू के बीज एंटी-ऑक्सीडेंट, प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर होते हैं, जो खाने के बाद ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीज कद्दू के बीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
पोषण विशेषज्ञ कहते हैं कि 100 ग्राम कद्दू के बीज में लगभग 18 ग्राम आहार फाइबर होता है। यह किसी व्यक्ति की नियमित जरूरतों का लगभग 72 प्रतिशत हो सकता है। आप चाहें तो कद्दू के बीजों को सुखाकर उसका पाउडर बना लें। फिर इसे दूध में मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
इसके अलावा स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अलसी और चिया बीज भी इंसुलिन के स्तर को सुधारने में मदद करते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीज भी इनका सेवन कर सकते हैं।